प्रत्येक यंत्र में दैवीय शक्ति समायी होती है और उसकी नित्य साधाना से साधक को सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। साधक की राह में आने वाली बड़ी से बड़ी बाधाएँ दूर होती हैं और वह चुनौतियों से भी नहीं घबराता है। यंत्र में ज्यामितीय आकृति ब्रह्माण्डीय शक्ति की सूचक होती है जिससे सकारात्मक ऊर्जा निकलती है और यह ऊर्जा साधक को किसी न किसी रूप में सहायता करती है।
